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कृष्णाष्टमी/जन्माष्टमी या गोकुलाष्टमी

krishnashtami

भगवान श्रीकृष्ण चोरी करके माखन कहते हुए 

कृष्णाष्टमी/जन्माष्टमी या गोकुलाष्टमी का पर्व हिन्दू संप्रदाय द्वारा सम्पूर्ण विश्व एवं भारतवर्ष में बड़े ही हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जाता है। आज के दिन हिन्दू लोग भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना, भजन कीर्तन एवं व्रत एवं उपवास रखते है। 

2025 कृष्णाष्टमी की तिथि/ तारीख ?

सन 2025 में कृष्णाष्टमी 15 अगस्त से शुरू होकर 16 अगस्त तक मनाई जा रही है कृष्णाष्टमी हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद महीने की अष्टमी तिथि के दिन मनाई जाती है। आज 2025 में  हम सब भगवान कृष्ण का 5252वां जन्मदिन मना रहे हैं

दही हांडी का उत्सव

कृष्णाष्टमी के दिन देश भर में जगह-जगह पर दही हांडी का उत्सव मनाया जाता है।  इस उत्सव में एक ऊंचे स्थान पर दही,मक्खन, मिश्री से भरे हुए मटके को लटका दिया जाता है और इसे उतारने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें कई टोलियाँ भाग लेती है। इस प्रतियोगिता में विजेता टोली को पुरुष्कार भी दिया जाता है। मटकी ऊंचे स्थान पर होने के कारण इस तक पहुँचने के लिए भाग लेने वाली टोली मनुष्यों से निर्मित पिरामिड का निर्माण करती है। टोली के सदस्य एक के ऊपर एक खड़े होकर, पिरामिड बनाकर  इस मटकी को उतारते हैं और इसमें उपस्थित प्रसाद को लोगों में बाँट दिया जाता है।  कई स्थानों पर इस मटकी को फोड़ने वाली टोली को विजेता घोषित करने का प्रचलन भी है।

कृष्ण भक्ति, पूजा और श्रद्धा

जन्माष्टमी पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनके भक्त बड़े ही श्रद्धाभाव से व्रत रखते हैं और उपवास करते हैं। और आज के दिन अधिक से अधिक गायों की सेवा करते हैं, क्योंकि कान्हा को गाय माता बहुत ही पसंद है। आज के दिन श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण की पूजा में दूध, दही, मक्खन, तुलसी  और  मिश्री आदि सामग्रियों का उपयोग कर भगवान कृष्ण का अभिषेक एवं पूजा अर्चना करते हैं , ऐसा करने से भगवान श्री कृष्ण अपने भक्तों पर अपार कृपा बरसाते हैं

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य सामाजिक मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है

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